तुम
क्यू लगते हो तुम इतने अच्छे
क्यू हो भाते हो तुम मन को इतने
धड़कन क्यों तेज हो जाती है इतनी
आती है जब भी याद तुम्हारी !!
क्यों मचल जाता हु इतना
हो जाता हु क्यू तरोताज़ा इतना
मन में जब भी उभरती है
खूबसूरत तस्बीर तुम्हारी
आते रहो तुम यु ही यादो में
उभरते रहो तुम यु ही मन में
ताकि मदहोश रहु मैं हमेशा
अपने ही धुन में !!
क्यू लगते हो तुम इतने अच्छे
क्यू हो भाते हो तुम मन को इतने
धड़कन क्यों तेज हो जाती है इतनी
आती है जब भी याद तुम्हारी !!
क्यों मचल जाता हु इतना
हो जाता हु क्यू तरोताज़ा इतना
मन में जब भी उभरती है
खूबसूरत तस्बीर तुम्हारी
आते रहो तुम यु ही यादो में
उभरते रहो तुम यु ही मन में
ताकि मदहोश रहु मैं हमेशा
अपने ही धुन में !!