Sunday, 1 December 2013

                   तुम 
क्यू लगते हो तुम इतने अच्छे
क्यू   हो  भाते हो तुम मन को इतने
धड़कन क्यों तेज हो जाती है इतनी
आती है जब भी याद तुम्हारी   !!
                क्यों मचल जाता हु   इतना
                हो जाता हु क्यू तरोताज़ा इतना
                मन में  जब  भी उभरती है
                खूबसूरत तस्बीर तुम्हारी
आते रहो तुम यु ही यादो   में
उभरते  रहो तुम यु ही मन में
ताकि मदहोश रहु मैं हमेशा
अपने ही धुन में !!

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